जम्मू-कश्मीर DDC चुनाव: घाटी में जीत हासिल करने वाले भाजपा के तीन उम्मीदवार

जम्मू-कश्मीर DDC चुनाव: घाटी में जीत हासिल करने वाले भाजपा के तीन उम्मीदवार

जम्मू कश्मीर में डिस्ट्रिक्ट डेवलपमेंट काउंसिल (डीडीसी) यानी जिला विकास परिषद के 280 सीटों पर कई चरणों में चुनाव हुआ और अब चुनाव के नतीजे सामने आ चुके हैं.  द इंडियन एक्सप्रेस अखबार के मुताबिक पीपुल्स अलायंस फॉर गुपकार डिक्लरेशन (पीएजीडी) गठबंधन को 110 सीटों पर जीत हासिल हुई है, वहीं भाजपा ने 75 सीटों पर जीत हासिल की है. अनुच्छेद 370 के खत्म होने और राज्य के दो केंद्रशासित प्रदेश में बंटने के बाद पहली बार जम्मूकश्मीर में चुनाव का आयोजन हुआ . भाजपा को कश्मीर घाटी में तीन सीटों पर जीत हासिल हुई है, वह भी पुलवामा जैसे बेहद संवेदनशील इलाके में. इस बात पर लोगों को हैरानी भी है.  जानिए घाटी में चुनाव जीतने वाले भाजपा के तीन उम्मीदवारों के बारे में.  

दक्षिण कश्मीरमिनहा लतीफ

मिनहा लतीफ दक्षिण कश्मीर के पुलवामा के काकापोरा सीट से भाजपा की उम्मीदवार थीं. काकापोरा एक सुरक्षित सीट है.  मिनहा लॉ की छात्रा हैं. इनके पिता लतीफ भट्ट बीजेपी के माइनॉरिटी विग (अल्पसंख्यक शाखा) के वाइस प्रेसिडेंट हैं. मिनहा बीजेपी की तरफ से इकलौती महिला उम्मीदवार हैं, जिसने चुनाव जीता है. हालाँकि मिनहा ने अब तक बीजेपी ज्वाइन नहीं किया है.  न्यूज एजेंसी पीटीआई की खबर के मुताबिक मिनहा के पिता ने उन्हें टिकट की पेशकश की, जिसे उन्होंने स्वीकार किया था. लॉ की पढ़ाई के बारे में उनका कहना है कि वह अपनी पढ़ाई जारी रखेंगी. 

खानमोह-2- एजाज हुसैन

श्रीनगर के खानमोह-2 से चुनाव जीतने वाले एजाज हुसैन फिलहाल पश्चिम बंगाल में बीजेपी के यूथ विंग भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रभारी हैं और पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं. डीडीसी चुनाव में एजाज को कुल 823 वोट मिले हैं. उन्होंने अपने प्रतिद्वंदी गुलाम हुसैन को 297 वोटों से हराया है. एजाज राजनीति में आने से पहले कॉलेज, यूनिवर्सिटी में प्लेसमेंट कंसल्टेंटी का काम करते थे. 

तुलेलएजाज अहमद खान 

घाटी में बीजेपी के तीसरे जीते हुए उम्मीदवार एजाज अहमद खान हैं. इन्होंने बांदीपोरा जिले के तुलेल सीट से चुनाव जीता है. एजाज इससे पहले एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में ग्रामीण निकाय चुनाव जीते थे और वर्तमान में गुरेज में स्थानीय ब्लॉक विकास परिषद के अध्यक्ष हैं. एजाज़ और उनके पिता दोनों ही बीजेपी से जुड़ने से पहले कांग्रेस और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) से जुड़े हुए थे. एजाज के पिता साल 1996 के विधानसभा में कांग्रेस के सदस्य थे.