देश भर में डॉक्टर बनने की चाहत रखने वाले विद्यार्थियों के बीच NEET की परीक्षा को अहम पड़ाव के तौर पर देखा जाता है. इस प्रतियोगी परीक्षा का अपना मान-सम्मान भी है, लेकिन इस बीच NEET परीक्षा में ओबीसी समुदाय के आरक्षण से जुड़ी एक बड़ी खबर आ रही है. ऐसी खबर है कि इस वर्ष NEET की परीक्षा में ओबीसी समुदाय के लिहाज से आरक्षण लागू नहीं होगा.
NEET की परीक्षा में ओबीसी आरक्षण लागू किए जाने को लेकर कांग्रेस सांसद व नेत्री सोनिया गांधी ने पीएम मोदी को जहां एक ओर पत्र लिखा है, वहीं देश भर में अलग-अलग जगहों पर प्रदर्शन हो रहे हैं. आज पटना में भाकपा (माले) के स्टूडेंट विंग आइसा ने प्रदर्शन किया. शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान का पुतला दहन किया.
आइसा के इस प्रदर्शन में आइसा के राज्य सह सचिव विकाश यादव ने कहा कि केंद्र में भाजपा की सरकार आने के बाद से ही जनवादी नीतियों को खत्म किया जा रहा है. लंबी लड़ाइयों के बाद जहां देश भर से पिछड़े तबके के लोग शैक्षणिक संस्थानों तक पहुंचने लगे थे, लेकिन भाजपा-आरएसएस के लोग फिर से देश में ब्राह्मणवादी व्यवस्था लागू करना चाहते हैं. इसी का परिणाम है कि आज NEET की परीक्षा में ओबीसी आरक्षण को खत्म कर दिया गया है. NEET की परीक्षा में आरक्षण की बहाली तक उनकी लड़ाई जारी रहेगी.
आइसा के इसी प्रदर्शन में सहभागी रामजी यादव ने मौके पर कहा कि आइसा ऐसे तमाम जनवादी मुद्दों पर मुखर रहा है. आने वाले दिनों आंदोलन तेज होंगे और इसे राष्ट्रव्यापी बनाया जाएगा. इस प्रदर्शन व सभा की अध्यक्षता दिव्यम ने की. प्रदर्शन में आइसा के राज्य सह सचिव विकाश यादव, राज्य उपाध्यक्ष रामजी यादव, राज्य कार्यकारिणी सदस्य शास्वत, कार्तिक, साकेत, दिव्यम समेत अन्य लोग मौजूद रहे.