झारखंड के बाद बिहार विधानसभा में भी नमाज और पूजा-पाठ का मामला गरमाया हुआ है। भारतीय जनता पार्टी के विधायक हरिभूषण ठाकुर ने विधानसभा में हनुमान चालिसा का पाठ करने के लिए अलग कमरे की मांग की है। हरिभूषण ठाकुर की मांग है कि मंगलवार को छुट्टी भी घोषित की जाए। उन्होंने कहा है कि इस संबंध में विधानसभा अध्यक्ष से बात की जाएगी। झारखंड विधानसभा में नमाज़ अदा करने के लिए कमरा दिए जाने के बाद ही बिहार में इस तरह की मांग उठी है।
क्या है पूरा मामला
बीते दिनों यह विवाद सबसे पहले झारखंड में पैदा हुआ। झारखंड विधानसभा में नमाज़ पढ़ने के लिए एक अलग कमरा आवंटित किया गया है। जिसे लेकर भाजपा विधायकों ने विरोध जताया है। झारखंड विधानसभा में मानसून सत्र चल रहा है। भाजपा विधायक लगातार मानसून सत्र को बाधित कर रहे हैं। गत सोमवार को इसके विरोध में भाजपा विधायकों ने ढोलक और झाल बजाकर भजन-कीर्तन किया।
फिलहाल बिहार में भाजपा विधायक के कमरे की डिमांड वाले बयान पर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की प्रतिक्रिया भी आई है। राजद के मृत्युंजय तिवारी ने कहा है कि
“झारखंड में परिस्थितियों को देखते हुए फैसला लिया गया है, जरूरत पड़ी तो चंडी पाठ के लिए भी कमरा अलॉट किया जा सकता। नमाज़ के लिए कमरा अलॉट करना राजनीति का विषय नहीं है।”
राजद नेता ने आगे कहा कि
“बीजेपी विधायक किससे मांग कर रहे हैं? उनकी ही सरकार है, करा लें। प्रधानमंत्री से कहकर संसद में इसकी व्यवस्था करा दें। नीतीश कुमार से कहकर विधानसभा में व्यवस्था कर दें। हम ऐसी चीजों का समर्थन नहीं कर सकते, बीजेपी के लोग समाज में नफरत फैला रहे हैं।”
विधानसभा में नमाज और हनुमान चालीसा पाठ के इस पूरे बखेड़े पर बिहार विधानसभा के पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने कहा है कि
“जो असल नमाजी होते हैं, उनको जगह ढूंढने की जरूरत नहीं होती। वो कहीं भी नमाज पढ़ सकते हैं। उसी तरह जिसको माला जपना है या पूजा करनी है, वो कहीं भी कर सकते हैं। इस तरह के बांटने वाले लोगों से सावधान रहने की जरूरत है।”
दूसरी ओर झारखंड विधानसभा में नमाज के लिए अलग कमरा आवंटित करने के विरोध में उच्च न्यायालय में याचिका दायर की गई है। रांची के भैरव सिंह ने इसके खिलाफ अदालत में याचिका दी है।