राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण (एनएफएचएस) के हालिया आंकड़े के तहत बिहार की महिला सबसे कम इंटरनेट का इस्तेमाल करती हैं. इस सर्वेक्षण के परिणाम बताते हैं कि बिहार में सिर्फ 20.6 फीसदी महिलाएं इंटरनेट का इस्तेमाल करती हैं. हालांकि यह पहले चरण का सर्वे है जिसमें केवल 22 राज्यों को शामिल किया गया है. इंटरनेट के इस्तेमाल में सिक्किम की महिलाएं सबसे आगे हैं, जहां 76.7 फीसदी महिलाएं इंटरनेट उपभोक्ता हैं.
क्या कहते हैं NFHS के आंकड़े?
इस डेटा के तहत इंटरनेट उपभोक्ता में पुरुषों और महिलाओं की संख्या का ब्यौरा है. इसमें बिहार के पुरुषों की संख्या भी कुछ खास अच्छी नहीं है. आपको बता दें कि केवल 43.6 फीसदी पुरुष ही इंटरनेट इस्तेमाल करते हैं. सबसे ज्यादा गोवा में 82.9 फीसदी पुरुष नेट इस्तेमाल करते हैं और सबसे कम मेघालय में 42.1 और असम में 42.3 फीसदी पुरुष ही नेट इस्तेमाल करते हैं. यहां आपको यह बता देना जरूरी है कि ये आंकड़े रोजाना इंटरनेट इस्तेमाल के आधार पर नहीं है, जबकि इस आधार पर है कि सर्वेक्षण में शामिल हुए लोगों ने कभी इंटरनेट इस्तेमाल किया है या नहीं.
बिहार में 51.4 फीसदी महिलाओं के पास अपना फोन है, जिसका इस्तेमाल वह खुद करती हैं. वही गोवा में सेलफोन का इस्तेमाल खुद 91.4 फीसदी महिलाएं करती हैं. वहीं गुजरात में सबसे कम 48.8 फीसदी महिलाएं ही फोन का इस्तेमाल करती हैं.
इसमें कोई शक नहीं कि देश डिजिटल भारत मिशन की तरफ बढ़ रहा है. इंटरनेट का इस्तेमाल डिजिटलीकरण की इस दुनिया में अभिव्यक्ति की आज़ादी का एक जरिया भी है और लोकतांत्रिक देश में संपर्क और जानकारी की पहुंच को भी दर्शाता है. इसलिए बिहार से ऐसे आंकड़ों का आना चिंताजनक है. इंटरनेट का महत्व इसलिए भी बढ़ गया है क्योंकि सरकार द्वारा कई स्कीम डिजिटल माध्यम में लाए गए हैं. 2015 में ई–क्रांति के उद्देश्य डिजिटलीकरण सेवा को लाया गया ताकि दुर्लभ इलाकों में इंटरनेट की पहुंच बन सके. लेकिन आज भी यह लक्ष्य साकार नहीं हुआ है.
कितनी महिलाएं साक्षर
बिहार में 15-49 साल की कुल 57.8 फीसदी महिलाएं साक्षर हैं जबकि पुरुष 78.5 फीसदी साक्षर हैं. शहर इलाकों में इस उम्र की 74.9 फीसदी महिलाएं और ग्रामीण इलाकों में 54.5 फीसदी महिलाएं साक्षर हैं. वहीं इसी आयु वर्ग की वैसी महिलाएं, जो 10 साल से ज्यादा समय तक स्कूल गई हों, उनकी संख्या 28.8 फीसदी है जो कि 2015-16 में 22.8 फीसदी थी.