सचिन का रिकॉर्ड तोड़ने के सबसे प्रबल दावेदार “कुक”, रह गए उनसे कोसों दूर

सचिन का रिकॉर्ड तोड़ने के सबसे प्रबल दावेदार “कुक”, रह गए उनसे कोसों दूर

सुनील गावस्कर ने कुछ सालों पहले इंग्लैंड के ओपनर और पूर्व कप्तान एलेस्टेयर कुक के लिये कहा था, कि उनके लिये टेस्ट के 15,000 रन और 50 शतक कहीं दूर नहीं है। इस तरह से उन्होंने सचिन का रिकॉर्ड तोड़ सकने वाले खिलाड़ियों में कुक को सबसे प्रबल दावेदार माना था। लेकिन उनकी भविष्यवाणी सही नहीं हो पाई और वो सचिन के रिकॉर्ड से खासे दूर रहकर संन्यास ले रहे हैं। यह साबित करता है कि सचिन का रिकॉर्ड तोड़ पाना आज भी बल्लेबाजों के लिये मुश्किल ही नहीं एक तरह से नामुमकिन भी है। सचिन ने इसे 24 सालों के अपने करियर में कई उतार-चढ़ाव देखते हुए बनाये और आज के बल्लेबाजों के लिये यह रिकॉर्ड तोड़ना इस बात पर भी निर्भर करता है कि वो अपने पूरे करियर में सिर्फ़ फिट ही न रहें, पूरे फॉर्म में भी रहें।

Cook fielding in Slip Cordon : The Telegraph

टेस्ट क्रिकेट के सबसे बेहतरीन ओपनरों में से एक

भारत के ख़िलाफ़ खेला जाने वाला आखिरी टेस्ट कुक का फेयरवेल मैच होगा। कुक सीमित ओवरों वाले फॉर्मेट के लिये कोई बड़े या प्रभावी नाम तो नहीं रहे लेकिन टेस्ट क्रिकेट उन्हें सबसे बेहतरीन सलामी बल्लेबाजों में से एक का दर्जा देगा। कुक ने अपने ज़्यादातर मैच इंग्लैंड की पिचों पर खेली है जो शुरुआत में अपने बेहद खतरनाक स्विंग के लिये जाना जाता है। जहाँ कई बल्लेबाजों के लिये दहाई अंक तक पहुंचना भी चुनौती हो जाती है कुक ने वैसी पिचों पर खेलकर टेस्ट क्रिकेट में 12 हज़ार से ज़्यादा रन बनाये। इन्होंने 160 टेस्ट में 44.89 की औसत से 12254 रन बनाये जिसमें 32 शतक भी शामिल है।

विवादों से नहीं रहा कभी कोई रिश्ता

कुक विश्व क्रिकेट के कुछ उन महान खिलाड़ियों में शुमार किये जाते हैं जिनका विवादों से कभी कोई रिश्ता नहीं रहा। ये वैसे कप्तानों में से थे जिन्होंने जीत का श्रेय हमेशा पूरी टीम को दिया लेकिन हार का ठीकरा कभी किसी पर नहीं फोड़ा। इंग्लैंड के ही पूर्व कप्तान नासिर हुसैन ने कुक के लिये कहा था, “कुक इंग्लैंड क्रिकेट टीम में मानसिक रूप से सबसे मजबूत क्रिकेटर हैं और अबतक से सबसे महानतम बल्लेबाज।”

Sachin tweets for Cook after his retirement

सचिन ने भी कुक के लिये ट्वीट करते हुए लिखा कि वो इंग्लैंड क्रिकेट टीम का प्रतिनिधित्व करने वाले अबतक के सबसे बेहतरीन बल्लेबाज रहे हैं। मैदान के अंदर और बाहर दोनों जगह इनका बर्ताव स्वच्छ रहा है।

इंग्लैंड इस टेस्ट सीरीज़ को पहले ही जीत चुकी है इसलिये कुक अपने आखिरी मैच में ज़्यादा दबाव महसूस न करते हुए इसे यादगार बनाने की कोशिश करेंगे।