राजद नेता व बिहार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को पत्र लिखने का अभियान शुरू किया है, जिसे ‘आजादी पत्र’ नाम दिया गया है. राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की तबियत पिछले कुछ दिनों से और बिगड़ गई है और इसको लेकर ही तेज प्रताप यादव और उनकी बहन रोहिणी आचार्य ने राष्ट्रपति को पत्र लिखकर पूर्व मुख्यमंत्री की रिहाई की अपील की.
समानता की लड़ाई को जीतकर “लड़ाका लालू” कहलाने वाले उस विचारधारा की आज़ादी के लिए पत्र लिखकर #आज़ादीपत्र मुहीम का शुरुआत किया।
आप सभी को मुहीम का हिस्सा बनने के लिए आमंत्रित करता हूँ। pic.twitter.com/3fceV5gNfx
— Tej Pratap Yadav (@TejYadav14) January 25, 2021
इसको लेकर पत्रकारों से बातचीत में तेज प्रताप यादव ने कहा कि लालू प्रसाद पूरे भारत और समाज के रत्नों में से एक हैं. ऐसे लोग धरती पर विरले ही आते हैं. उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद ने बिहार में सामाजिक न्याय और गरीबों के उत्थान के लिए बहुत काम किया है. तेज प्रताप ने आगे कहा कि वे जरूरत पड़ने पर केंद्र के पास भी जाएंगे, ये लड़ाई अभी लंबी चलेगी.
उन्होंने एक ट्वीट में कहा कि समानता की लड़ाई को जीतकर ‘लड़ाका लालू’ कहलाने वाले उस विचारधारा की आजादी के लिए पत्र लिखकर आजादी पत्र मुहिम की शुरुआत की. इस मुहिम के तहत प्रदेश भर से ऐसे पोस्टकार्ड जमा करके राष्ट्रपति को भेजा जाएगा.
देश के महामहिम राष्ट्रपति को एक पत्र “आज़ादी पत्र” ग़रीबों के भगवान आदरणीय श्री लालू प्रसाद यादव जी के लिए….
इस मुहिम से जुड़े और अपने नेता के आज़ादी के लिए अपील करे…..
जिसने हमें ताक़त दिया आज वक्त उनके ताक़त बनने का…
हम और आप बड़े साहब की ताक़त है….. pic.twitter.com/Syffr1qREj— Rohini Acharya (@RohiniAcharya2) January 25, 2021
पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद की बेटी रोहिणी आचार्य ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘ देश के महामहिम राष्ट्रपति को एक “आज़ादी पत्र” गरीबों के भगवान आदरणीय श्री लालू प्रसाद यादव जी के लिए. इस मुहिम से जुड़ें और अपने नेता की आज़ादी के लिए अपील करें. हम और आप बड़े साहब की ताक़त है.’’
चारा घोटाला मामले में सजा काट रहे राजद प्रमुख की तबियत शुक्रवार को बिगड़ गई थी, इसके बाद उन्हों रिम्स से दिल्ली के एम्स ले जाया गया.