दिल्ली चुनाव में बिहारी उम्मीदवारों का क्या हुआ?

दिल्ली चुनाव में बिहारी उम्मीदवारों का क्या हुआ?

दिल्ली विधानसभा चुनाव के परिणाम आ चुके हैं. लगातार तीसरी बार अरविंद केजरीवाल की पार्टी आम आदमी पार्टी (आप) भारी बहुमत हासिल कर सरकार बनाने जा रही है. भारतीय जनता पार्टी ने इस चुनाव में अपने प्रदर्शन में थोड़ा सुधार करते हुए पिछले चुनाव के मुकाबले चार सीट ज्यादा जीत ली हैं. वहीं कांग्रेस पार्टी इस बार भी खाता खोलने में असफल रही है.

इस बार दिल्ली चुनाव में बीजेपी ने एनआरसी-सीएए, एनपीआर, शाहीन बाग के अलावा बिहारियों की खूब बात की. दिल्ली में रहने वाले बिहारी या पूर्वाचलियों के वोट को हासिल करने के लिए बीजेपी ने मनोज तिवारी को आगे रखा था लेकिन ये फैक्टर काम नहीं कर पाया या कहे लें बीजेपी का कोई भी फैक्टर दिल्ली विधानसभा चुनाव में नहीं चला. बिहार की मुख्य क्षेत्रीय पार्टियों ने भी यहां अपने-अपने गठबंधन के साथ किस्मत आजमाया लेकिन सबका हश्र बुरा हुआ है. बीजेपी जहां एनआरसी-सीएए, शाहीन बाग, पूर्वाचली फैक्टर पर वोट मांगते रही, वहीं आम आदमी पार्टी ने काम को अपना मुद्दा बनाया था. चुनाव के नतीजे देखकर साफ हो गया है कि दिल्ली की जनता ने स्थानीय मुद्दों पर वोट किया है.

बीजेपी ने अपनी सहयोगी  पार्टी जनता दल यूनाइटेड को दो और लोकजन शक्ति पार्टी को एक सीट दी थी. इन तीनों ही सीट पर बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा है. कांग्रेस ने 66 सीटों पर चुनाव लड़ा था और अपनी सहयोगी पार्टी राजद को 4 सीटों दी थी.  अगर वोटों की बात करें तो बीजेपी की सहयोगी दल जनता दल यूनाइटेड और रामविलास पासवान की पार्टी लोकजन शक्ति पार्टी को थोड़ा सम्मानजनक वोट मिले हैं, जबकि लालू प्रसाद की पार्टी राजद और दो सीटों पर चुनाव लड़ी जीतन राम मांझी की पार्टी हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा की जमानत जब्त होने वाली हालत है.

बुराड़ी और संगम विहार में जदयू उम्मीदवार दूसरे नंबर पर रहे हैं. बुराड़ी में जदयू के शैलेंद्र कुमार को लगभग 51 हजार वोट मिले हैं, वहीं संगम विहार में जदयू प्रत्याशी डॉ शिवचरण लाल गुप्ता को 32 हजार 803 वोट मिले. सीमापुरी (सुरक्षति) से चुनाव लड़ रहे लोजपा उम्मीदवार शांति लाल 32 हजार 284 वोट पाकर दूसरे नंबर रहे.

दिल्ली चुनाव के वो उम्मीदवार, जिनका ताल्लुक बिहार से है:

वंदना कुमारी– शालीमार बाग से आप की विधायक वंदना कुमारी बिहार के समस्तीपुर जिला से ताल्लुक रखती हैं. बारहवीं तक की पढ़ाई उन्होंने रामवृक्ष बेनीपुरी स्कूल मुजफ्फरपुर से किया है, वहीं भीम राव अंबेडकर यूनिवर्सिटी से उन्होंने बीए ऑर्नस किया है. वंदना ने लगातार तीसरी बार शालीमार बाग सीट से जीत दर्ज की है.

सोमनाथ भारती–  हमेशा विवादों में रहने वाले सोमनाथ भारती ने मालवीय नगर विधानसभा से लगातार तीसरी बार जीत दर्ज की है. आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार सोमनाथ भारती बिहार के नवादा जिले से आते हैं.

अभय वर्मा- लक्ष्मीनगर सीट पर आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी को हराने वाले बीजेपी के अभय वर्मा बिहार के छपरा जिले के बनियापुर से आते हैं. लेकिन इनका लालन-पालन और पढ़ाई-लिखाई दरभंगा से हुई है. इन्होंने अपनी स्कूली पढ़ाई दरभंगा के राज हाई स्कूल से की है. दरभंगा के ही सीए कॉलेज से इन्होंने इतिहास में ग्रेजुएशन किया है.

संजीव झा- बिहार के मधुबनी जिला के रहने वाले संजीव झा बुराड़ी विधानसभा क्षेत्र से आम आदमी पार्टी के विधायक चुने गए हैं. संजीव ने बीजेपी-जदयू गठबंधन के प्रत्याशी शैलेंद्र कुमार को 88,158 मतों के भारी अंतर से हराया है. 2015 में भी संजीव ने बीजेपी के उम्मीदवार गोपाल झा को भारी मतों से हराया था.

ऋतुराज गोविंद- किरारी विधानसभा से आप के उम्मीदवार ऋतुराज गोविंद समस्तीपुर से हैं. साल 2015 में ऋतुराज बीजेपी के प्रत्याशी अनिल झा को हराकर पहली बार विधायक बने थे. इस बार भी ऋतुराज ने बीजेपी उम्मीदवार अनिल झा को ही हराया है.

विनय मिश्रा- द्वारका विधानसभा सीट से आप के टिकट पर चुनाव जीतने वाले विनय मिश्रा बिहार के मधुबनी जिले के सिरियापुर गांव के रहने वाले हैं. विनय कांग्रेस नेता और पूर्व सांसद महाबल मिश्रा के बेटे हैं. विनय साल 2013 से राजनीति में सक्रिय हैं. विनय कांग्रेस की टिकट पर पालम सीट से चुनाव लड़े चुके थे. हालांकि उस समय इनकी जमानत जब्त हो गई थी.

महेंद्र यादव- विकासपुरी विधानसभा से आप के टिकट पर महेंद्र यादव दूसरी बार विधायक चुने गए हैं. महेंद्र यादव ने यहां बीजेपी के प्रत्याशी संजय सिंह को 42 हजार मतों से हराया है. दिलचस्प बात ये हैं कि संजय सिंह भी बिहार के सहरसा जिले के रहने वाले हैं.

दिनेश मोहनिया- संगम विहार से लगातार तीसरी बार जीत दर्ज करने वाले दिनेश बिहार के कैमूर जिले से ताल्लुक रखते हैं.  मोहनिया ने जदयू उम्मीदवार शिव चरण लाल गुप्ता को 42522 वोटों से हराया है.