अजान हो चुका है, सुबह के छह बज रहे हैं, ताज अपने किचन में खाना बना रही है, इकबाल को…
”लोग गरीबी, अभाव, भुखमरी और दरिद्रता की बात करते हैं लेकिन काव्यात्मक प्रतीत होने वाले इन शब्दों में से कोई…
डियर नीतीश कुमार और सुशील कुमार मोदी यह लिखते हुए बहुत दुख हो रहा है कि दुनिया की सारी…
बालकनी पर केहुनी टिकाकर खड़े होना और नीम की पीली पड़ी पत्तियों को गिरता देखना, दिन कुछ ऐसे गुजरता है.…
मैं सोचती हूं कि मुझे कितनी सारी चीजों से कितनी शिकायतें रहती थीं, आजकल वो शिकायतें पता नहीं कहां चल…
नमस्ते नीतीश कुमार जी, आशा है कि आप अच्छे से होंगे. आपको लंबी उम्र मिले, आप सलामत रहें। वैसे आपने…
एक बार ऐसा हुआ कि मैं अपनी बीमारी, मां की बीमारी और कहें तो आस–पास की बीमारी से भाग करके…
गुस्तावो का धीमा–धीमा संगीत सुनते हुए मैं नाइट शिफ्ट के बाद घर जा रही थी. यह बारिश के बाद की…
भैया, यह रोशन का घर किधर पडे़गा? कौन रोशन? वह लड़की जो लड़कियों को पढ़ाती है और जिसकी शादी हो…
बंद के बीच हम सुबह–सुबह पांच बजे बारामूला से श्रीनगर के लिए रवाना हो गए, क्योंकि इसके बाद यहां से…