राहत: लॉकडाउन के बावजूद खुलेंगी सभी दुकानें, इन शर्तों का रखना होगा ख्याल…खबरें

राहत: लॉकडाउन के बावजूद खुलेंगी सभी दुकानें, इन शर्तों का रखना होगा ख्याल…

देश में कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए 3 मई तक जारी लॉकडाउन के लिहाज से एक बेहद…

क्या ‘शासन व प्रशासन’ की लापरवाही की वजह से कोरोना के हत्थे चढ़ा बक्सर जिला?खबरें

क्या ‘शासन व प्रशासन’ की लापरवाही की वजह से कोरोना के हत्थे चढ़ा बक्सर जिला?

बिहार के बक्सर जिले में रविवार रात तक कोरोना वायरस से चार लोगों के संक्रमित होने की पुष्टि हो चुकी…

बिहार से बाहर फंसे 10 लाख से ज्यादा श्रमिकों के खाते में भेजी गई सहायता राशिदेश

बिहार से बाहर फंसे 10 लाख से ज्यादा श्रमिकों के खाते में भेजी गई सहायता राशि

बिहार सरकार ने दावा किया है कि कोविड-19 की वजह से राज्य से बाहर फंसे 10 लाख से ज्यादा श्रमिकों…

खराब मौसम और कोरोना वायरस लॉकडाउन की दोहरी मार झेल रहे हैं किसान…खेती-बाड़ी

खराब मौसम और कोरोना वायरस लॉकडाउन की दोहरी मार झेल रहे हैं किसान…

हम एक ऐसे देश में रहते हैं जहाँ अगर कुछ प्रधान है तो वह है कृषि। कृषि पर दुनिया की…

बिहार में क्वारंटीन केंद्र के हाल पर रोयें या फिर नेतृत्व के हाल पर, सब कुछ हवा में है…देश

बिहार में क्वारंटीन केंद्र के हाल पर रोयें या फिर नेतृत्व के हाल पर, सब कुछ हवा में है…

पूरे देश में पिछले महीने लगे लॉक डाउन को 14 अप्रैल को 21 दिन पूरे हो गए और फिर इसी…

कुछ यूं रहा ‘तुम मुझे यूं भुला न पाओगे’ लिखने वाले बस कंडक्टर के गीतों का सफर…मनोरंजन

कुछ यूं रहा ‘तुम मुझे यूं भुला न पाओगे’ लिखने वाले बस कंडक्टर के गीतों का सफर…

सन 1940 में एक नौजवान रोजगार की तलाश में जयपुर से चलकर शहर-ए-बंबई में दाखिल होता है। नाम था इक़बाल…

पद्माकर शिवलकर: बॉम्बे का सबसे अधिक विकेट लेने वाला खिलाड़ी जो देश के लिए नहीं खेल सका…खेल

पद्माकर शिवलकर: बॉम्बे का सबसे अधिक विकेट लेने वाला खिलाड़ी जो देश के लिए नहीं खेल सका…

चेपॉक स्टेडियम में रणजी ट्रॉफी का फाइनल चल रहा था. पिछले 14 सालों से रणजी ट्रॉफी बॉम्बे की टीम लगातार…

कि मैं यहां नोएडा के हॉटस्पॉट में फंसा हूं और बिहार के हॉटस्पॉट की याद आ रही है…खबरें

कि मैं यहां नोएडा के हॉटस्पॉट में फंसा हूं और बिहार के हॉटस्पॉट की याद आ रही है…

24 मार्च और दिनों की तरह सामान्य नहीं था. वैसे तो ‘कोरोना काल’ में कोई भी दिन सामान्य नहीं, लेकिन…

कोरोना डायरी: मुझे डर लगने लगा है कि ‘सोशल डिस्टेंसिंग’ कहीं ग्राम्य बोध को न खत्म कर दे…खबरें

कोरोना डायरी: मुझे डर लगने लगा है कि ‘सोशल डिस्टेंसिंग’ कहीं ग्राम्य बोध को न खत्म कर दे…

अपने ज़ाती काम से आकर मैं अब भी अपने गांव में ही हूं. मौका पाकर फिर से गांव घूमने लगा…

बिहार की ‘स्वास्थ्य व्यवस्था’ और 102 एंबुलेंस सर्विस का कच्चा-चिट्ठा…खबरें

बिहार की ‘स्वास्थ्य व्यवस्था’ और 102 एंबुलेंस सर्विस का कच्चा-चिट्ठा…

लॉकडाउन के दौरान सुनसान सड़क के बीचों-बीच एक महिला अपने 3 साल के छोटे से बच्चे को सीने से चिपकाए…